सिकन्दराराऊ (पवन पंडित)।
हिन्दू मुसलमान की बात करने वालों को सिकन्दराराऊ के लोगों से प्रेरणा लेनी चाहिए। आपदा की इस घड़ी में अपने मासूम बच्चों के साथ सैकड़ों किलोमीटर चलकर अपने अपने घरों को लौट रहे प्रवासी लोगों को अपनत्व का अहसास कराकर यहाँ के हिन्दू मुस्लिम युवा बिना किसी का धर्म जाने उनकी सेवा में जुटे हुए हैं।
जी हाँ हम बात कर रहे हैं सिकंदराराऊ के जीटी रोड की यहाँ से प्रतिदिन हजारों की संख्या में इस लाॅकडाउन के चलते अपना रोजी रोजगार गवां बैठे कामगार अपने मासूम बच्चों को कंधों पर बिठाये अपने अपने ठिकानों की ओर जाते दिख रहे हैं कोई पैदल है तो कोई साईकिल पे तो कोई वाहन का इंतजार कररहा है इन्ही की सेवा में लगे सिकंदराराऊ के हिन्दू मुस्लिम युवा जो इनको चाय भोजन दवा व बच्चों को दूध देकर अपने फर्ज का निर्वाहन कर रहे हैं। इन युवाओं ने न धर्म देखा न जाति सभी को समान रूप से अपनत्व का अहसास कराया। ब्रजांचल परिवार इस परोपकार के कार्य में जुटे लोगों का दिल से अभिनंदन करता है।