सिकंदराराऊ (हाथरस)। सिकंदराराऊ में जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया, जिसमें हज़ारों की संख्या में लोग शामिल हुए। यह जुलूस इस्लाम धर्म के पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के जन्मदिन (ईद-ए-मिलाद- उन-नबी) के उपलक्ष्य में निकाला गया ।
जुलूस ए मोहम्मदी जामा मस्जिद से शुरू होकर पुरानी तहसील रोड, राठी चौराहा, तिराहा बाजार, जीटी रोड, नगरपालिका होते हुए पुरानी सब्जी मंडी मोहल्ला हुरमत गंज, नौरंगाबाद पश्चिमी चौक, पुराना डाकखाना टैगोर स्कूल, गौसगंज, एमआई इंटर कॉलेज, नौखल, शहाबुद्दीन गंज, जैन मंदिर वाली गली, बारहसैनी, चूड़ी मार्केट बाजार, मटकोटा अंसारियां स्कूल पर समाप्त हुआ।
जहाँ शहर के प्रमुख धार्मिक नेता और उलेमा ने हज़रत मोहम्मद के जीवन और शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। जुलूस में शामिल लोगों ने हाथों में इस्लामिक ध्वज लेकर पैगंबर मोहम्मद की शान में नारे लगाए। जुलूस नगर के मुख्य चौक और प्रमुख सड़कों से होकर गुजरा, जिसमें अलग-अलग जगहों पर स्वागत किया गया हर जगह फूलों की बारिश करते नेता दिखे।
जुलूस के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने शांति बनाए रखने और किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए पूरे मार्ग पर सुरक्षा बलों की तैनाती की थी। इस धार्मिक आयोजन में सिकंदराराऊ के साथ-साथ आस-पास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। जुलूस में कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने मिलकर भाग लिया। नगर के प्रमुख मौलाना ने अपने संदेश में कहा, “जुलूस-ए-मोहम्मदी केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह हमें पैगंबर मोहम्मद की मानवता, शांति और भाईचारे की शिक्षाओं को अपनाने की प्रेरणा देता है। जुलूस में युवा हाथों में तलवार लेकर प्रदर्शन करते दिखे। ऊंट घोड़ों पर सवार आकर्षक का केन्द्र बने हुए थे।यह जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और हर साल की तरह इस बार भी लोगों ने इसे पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया।