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Mauni amavasya 2024: जानिए इस बार की मौनी अमावस्या में क्या है खास, कब है शुभ मुहूर्त?

Mauni Amavasya 2024: माघ माह में कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या या फिर माघ अमावस्या भी कहा जाता है। वैसे तो साल में 12 अमावस्या आती हैं मगर इस अमावस्या का महत्व सबसे अधिक होता है।आइए जानें मौनी अमावस्या को इतना विशेष महत्व क्यों दिया जाता है? इस दिन क्या करना चाहिए जिससे कि भगवान प्रसन्न हो और घर में लक्ष्मी जी का वास हो?

क्यों है इस दिन का खास महत्व:
शास्त्रों में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व होता है क्योंकि इस दिन ऋषि मनु जी का जन्म हुआ था। इसलिए यह तिथि पितरों को समर्पित मानी गई है। जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष होता है उन लोगों को इस दिन श्राद्ध करना चाहिए माना जाता है ऐसा करने से दोष समाप्त हो जाते है। इसके साथ में भगवान शिव जी और विष्णु जी का पूजन, चालीसा, आरती आदि करना बहुत शुभ होता है।

आइए जानें कब है 2024 की मौनी अमावस्या और शुभ मुहूर्त ?
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस साल के माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 9 फरवरी 2024 को सुबह 8 बजकर 2 मिनट से होगी और दूसरे दिन यानि कि 10 फरवरी 2024 को सुबह 4 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए 9 फरवरी को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी क्योंकि मौनी अमावस्या को मनाने के लिए शुभ दिन 9 फरवरी 2024 शुक्रवार को होगा और व्रत करने वाले सभी लोग इसी दिन व्रत करेंगे।

मौनी अमावस्या के शुभ मुहूर्त 2024 :-

ब्रह्रा मुहूर्त :- प्रातः 5 बजकर 21 मिनट से 6 बजकर 13 मिनट तक रहेगा |

सर्वार्थ सिद्धि योग :- सुबह 7 बजकर 5 मिनट से 11 बजकर 29 मिनट तक रहेगा |

अभिजीत मुहूर्त :- दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से 12 बजकर 58 मिनट तक रहेगा |

विजय मुहूर्त :- दोपहर 2 बजकर 26 मिनट से 3 बजकर 10 मिनट तक रहेगा |

अमृत काल :- दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से 3 बजकर 42 मिनट तक रहेगा |

मौनी अमावस्या के दिन क्या करना चाहिए :-

आपको बता दें इस दिन व्रत और दान करने से अक्षय पूर्णय की प्राप्ति होती है। इस दिन पवित्र नदी में प्रातः स्नान करना चाहिए यदि नदी में नहीं कर सकते तो घर में जल्दी प्रातः गंगा जल पानी में डाल कर स्नान करना चाहिए। स्नान के पश्चात सूर्य देव को दूध, तिल मिलाकर अर्द्ध देना बहुत लाभकारी होता है। इस दिन प्रातः स्नान के पश्चात पितरों को खीर और पूरी का अवश्य भोग लगाना चाहिए उनके नाम खाना पंडित जी या फिर गाय माता को खिलाना चाहिए। पितरों के लिए जल का अर्द्ध भी देना चाहिए।

मौनी अमावस्या के दिन दान करते समय किन चीज़ो को करे शामिल :-
अमावस्या वाले दिन पितरों का तर्पण करना चाहिए। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जीवन में सुख समृद्धि का आगमन होता है। अमावस्या के दिन तिल, तिल का तेल, वस्त्र तिल के लडू, अन्न आदि का दान करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है पितृ दोष और सूर्य दोष से मुक्ति के लिए एक लोटे में लाल पुष्प और काले तिल डालें फिर पितरों का ध्यान करते हुए इस जल को सूर्ये देव को अर्पित करें ऐसा करने से सूर्य देव और पितृ प्रसन्न होंगे। इस दिन कुछ विशेष उपाय अवश्य करने चाहिए जिनके बारे में नीचे बताया गया है।

विशेष उपाय :-

– माना जाता है इस दिन घर में हवन करने से रुका हुआ पैसा वापस मिल जाता है शास्त्रों के अनुसार मौनी अमावस्या पर 11 लौंग और कपूर से हवन करें और कनक धारा का पाठ करें।

– मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मौनी अमावस्या की रात को 5 लाल गुलाब के पुष्प और 5 जलते दियों को नदी में प्रवाहित करें।

इस दिन इस मंत्र का जाप करना चाहिए :-

ओम नमो भगवते वासुदेवाय, ओम खखोल्काय नमः, ओम नमः शिवाय नमः

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