सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में गिरावट आ सकती है क्योंकी सरकार ने सीएनजी और पीएनजी की कीमतें तय करने के नए फॉर्मुले को मंजूरी दे दी है। इस फॉर्मुले से 10% तक सस्ता हो सकता है सीएनजी और पीएनजी जैसे मान लीजिए कि अगर कीमत 80 रुपये है तो अब ये 10 फीसदी कम होकर 72 रुपये हो जाएगी इतना ही नहीं, अब 6 महीने के बजाय हर महीने सीएनजी और पीएनजी की कीमतें तय की जाऐंगी जबकि, पहले साल में दो बार यानी हर 6 महीने पर कीमतें तय की जाती थीं अनुराग ठाकुर ने काहा कि अब घरेलू गैस की कीमते अंतरराष्ट्रीय हब गैस की जगह इंपोर्टेड क्रूड के साथ लिंक कर दी गयी है।
अब इस नए फॉर्मुले से फायदा क्या होगा वो जान लेते हैं जब पहले गैस की कीमते हर 6 महीने पर तय की जाती थी तब अगर बीच में अंततराष्ट्रीय बाजार में गैस की कीमतें बढ़ गईं तो गैस कंपनियों को नुकसान होता था और घट गईं तो आम लोगों को नुकसान होता था क्योंकि कीमत तय हो चुकी होती थी और तो और इसके साथ ही घरेलू गैस का फ्लोर प्राइस और सेलिंग प्राइस दोनों ही तय होती थी। फ्लोर प्राइस 4 डॉलर और सेलिंग प्राइस 6.5 डॉलर तय कर दिया गया है। अब अगर फ्लोर प्राइस और सेलिंग प्राइस कम भी हो जाती है तो कंपनियों को नुकसान नहीं होगा और अगर बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं तो लोगों को नुकसान नहीं होगा। तो वहीं सरकार के इस फैसले से देशभर में सीएनजी और पीएनजी की कीमतें घट जाएंगी। इसका सीधा-सीधा फायदा आम लोगों के साथ-साथ गैस पर चलने वाले वाहनों को भी होगा