रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) की जंग के बीच यूनाइटेड किंगडम (UK) ने ऐसा फैसला लिया है, जिससे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) भड़क जाएंगे। यूनाइटेड किंगडम के रक्षा मंत्री ने ऐलान किया है कि वे यूक्रेन (Ukraine) को लंबी दूरी तक मार करने वाली क्रूज़ मिसाइलें देंगे।उन्होंने कहा कि हमारी ‘स्टॉर्म शैडो’ मिसाइलें 250 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक का लक्ष्य को भेद सकती हैं। यूक्रेन (Ukraine) इन मिसाइलों से रूस पर हमला करने में सक्षम हो जाएगा।
यूनाइटेड किंगडम (UK) के यूक्रेन (Ukraine) को मिसाइल डोनेट करने के फैसले को कई रक्षा विशेषज्ञों ने बेहद खतरनाक माना है, क्योंकि इससे विश्व युद्ध छिड़ सकता है। अभी तक पश्चिमी देश यूक्रेन (Ukraine) को ऐसे हथियार नहीं देना चाहते थे, जो रूस के काफी अंदर तक जाकर मार कर सकें ऐसे हथियारों में लड़ाकू विमानों से लेकर बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल थीं। रूस पश्चिमी देशों को बार-बार ये चेतावनी दे रहा था कि यूक्रेन के लिए हथियार देंगे तो रूसी सेना उन देशों को भी जवाब दे सकती है।
सुनक सरकार ने रूस की चेतावनी को नजरअंदाज किया
हालांकि, यूनाइटेड किंगडम (UK) की सरकार ने रूस की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए अब कहा है कि वो यूक्रेन को लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइलें जरूर देंगे। इसकी (UK) के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने खुद 11 मई, गुरुवार को पुष्टि की उन्होंने बताया कि वे रूसी हमलों का जवाब देने में यूक्रेन की मदद कर रहे हैं, और इसी के तहत उसे लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइलें भेज रहे हैं उन्होंने कहा, ”हमारा देश यूक्रेन को ‘स्टॉर्म शैडो’ मिसाइलें ‘दान’ में दे रहा है।
रक्षा मंत्री बोले- ‘यूक्रेन को अपना बचाव करने का अधिकार’
रक्षा मंत्री वालेस ने ‘हाउस ऑफ कॉन्म्स’ में एक बयान में कहा, ”आज, मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि UK ने यूक्रेन को ‘स्टॉर्म शैडो’ मिसाइलें ‘दान’ की हैं. इन हथियार प्रणालियों के जरिए रूस के कायरतापूर्ण हमलों का मुहंतोड़ जवाब दिया जा सकेगा.” वालेस ने कहा, ”यूक्रेन को अपना बचाव करने का अधिकार है. अब स्टॉर्म शैडो का उपयोग कर यूक्रेन अपने संप्रभु क्षेत्र से रूसी सेना को पीछे धकेलेगा।
500 किमी तक जा सकती हैं ‘स्टॉर्म शैडो’
‘स्टॉर्म शैडो’ मिसाइलों में 250 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक लक्ष्य को भेदने की क्षमता है. बताया जाता है कि इसका अपडेटे वर्जन को 500 किमी दूर तक जा सकता है. ये वो क्रूज मिसाइल है, जिसे लड़ाकू विमान से दागा जाता है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की पिछले साल रूसी सेना के आक्रमण के बाद से ही ऐसे हथियारों की मांग कर रहे थे लेकिन अंतरराष्ट्रीय समर्थक उन्हें ये हथियार देने में संकोच कर रहे थे।