दंगा: बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने रविवार (28 मई) को संसद भवन के सामने महिला महापंचायत का ऐलान किया था। पुलिस से अनुमति न मिलने के बावजूद करीब साढ़े 11 बजे रेसलर्स ने ‘शांति मार्च’ करते हुए संसद भवन की तरफ कूच किया। संसद से कुछ दूर पहले केरल भवन के पास पुलिस ने पहलवानों को आगे बढ़ने से रोक दिया। यहां से कई पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया, इनमें विनेश फोगाटस साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया भी शामिल थे शाम को पुलिस ने साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को छोड़ दिया जबकि बजरंग पुनिया को देर रात मयूर विहार थाने से छोड़ा गया।
दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट व अन्य के खिलाफ दंगा भड़काने, सरकारी कर्मचरियों से मारपीट और उन्हें चोट पहुंचाने जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। FIR पर पहलवान साक्षी मलिक ने प्रतिक्रिया देते हुए आरोपों को गलत बताया है. उन्होंने फोटो और वीडियो सबूत होने का भी दावा किया।
इसके पहले साक्षी मलिक ने पहलवानों के खिलाफ FIR को लेकर दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा मलिक ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, “दिल्ली पुलिस को यौन शोषण करने वाले बृज भूषण के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 दिन लगे थे । और शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर हमारे ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में पुलिस ने 7 घंटे भी नहीं लगाए। क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है ? सारी दुनिया देख रही है कैसे सरकार अपने खिलाड़ियों के साथ कैसा बर्ताव कर रही है। बता दें कि यही ट्वीट विनेश फोगाट ने भी किया था।