सिकन्दराराऊ में अतिक्रमण बना नासूर – पार्ट 1
– अधिकारियों ने बन्द की आँखें
– दुकानदार भी नहीं हैं पीछे
सिकंदराराऊ (ब्रजांचल ब्यूरो )।
गड्ढे युक्त जी0 टी0 रोड उस पर अतिक्रमणकारियों का रोड पर कब्जा लोगों की परेशानी का सबब बन गया है। नगर के जी0टी रोड के सहारे दुकानों में अपना व्यवसाय जमाये बैठे लोगों द्वारा रोड पर अपने अपने सामान को कई कई फुट तक आगे रख लेने से जी0टी0 रोड की चैड़ाई सिमटकर रह गयी है जिससे आये दिन दुर्घटनायें होती रहती हैं। जिस प्रकार से
अधिकारियों ने अतिक्रमण की ओर से अपनी आँखें बन्द कर रखी हैं वह चिन्ता का विषय है, आम नागरिकों के दुःख दर्द का ध्यान रखना अधिकारियों का दायित्व बनता है जिस प्रकार से जी0टी0रोड को लोगों ने अपनी चैपाल समझकर कब्जा सा कर लिया है वह गलत है और इनके विरूद्ध कार्यवाही होनी ही चाहिये। ठेले वाले हों अथवा प्राइवेट टैक्सी वाले सभी ने रोड को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी है रोड पर आये दिन दुर्घटनायें होती रहती हैं। सिकन्दराराऊ के लोगों की उम्मीदें सिर्फ और सिर्फ जिलाधिकारी की ओर लगी हुयी हैं ताकि जी0टी0 रोड व नगर के ब्यस्ततम बाजार अतिक्रमण मुक्त हो सके।
– समाजसेवी शिक्षक कृष्णकान्त कौशिक का मानना है कस्बे में एवं जी0टी0 रोड पर अतिक्रमण के लिए नेता प्रशासन एवं व्यापारियों/ दुकानदारों का काकटेल है । अतिक्रमण की समस्या नई नहीं है यह समस्या काफी पुरानी एवं गम्भीर है नगर एवं जी0टी0 रोड पर स्थाई अतिक्रमण के अलावा अस्थाई अतिक्रमण भी है जिसके चलते निर्दोश लोगों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है।
प्रशासन द्वारा समय समय पर अतिक्रमण हटाने की मात्र रस्म अदायगी की जाती है। वास्तव में यदि बाजार एवं जी0टी0 रोड को अतिक्रमण मुक्त करना है तो स्थानीय नेताओं , प्रशासन एवं व्यापारियों को सच्चे मन से एकजुट होकर कार्य करना होगा। अन्यथा रस्म अदायगी तो चल ही रही है।
– अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष संजीव महाजन के अनुसार
जिम्मेदारी प्रशासन की है क्योंकि कई बार नगर पालिका परिषद के पूर्व अधिशासी अधिकारी द्वारा व्यापारियो की मीटिंग बुलाई गई और अतिक्रमण से सम्बंधित वार्ता हुई और अतिक्रमण हटाने हेतु तारीख भी फिक्स हो गई लेकिन हुआ कुछ नहीं साथ ही कुछ गलती व्यापारी भाइयों की भी बनती है क्योंकि उनको स्वय भी अतिक्रमण नहीं करना चाहिए ।
– युवा व्यवसायी आकाश दीक्षित का मानना है कि रोड पर अतिक्रमण के हम सभी स्वयं जिम्मेदार हैं। हम को खुद सुधरना होगा एवम अतिक्रमण करने वालो का विरोध करना होगा।रोड पर अतिक्रमण खोखे , बाहर लगी दुकाने, टैक्सी स्टैंड का न होना मुख्य वजह है जिसमे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साथ सभी व्यापारी बंधुओ का सहयोग बहुत आवश्यक है। हम सभी व्यापारी बन्धु एवम प्रशासनिक अधिकारी ही जिम्मेदार है।
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