शेर कभी कुत्ते का शिकार नहीं करते: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव की तारीखों का एलान हो चूका है। यूपी चुनाव आयोग ने बताया कि निकाय चुनाव दो दिन होने हैं, जिसमें 4 और 11 मई को वोटिंग होगी है और 13 मई को चुनाव के नतीजे जारी होंगे। यूपी निकाय चुनाव के लिए दो चरणों में वोटिंग होनी है। पहले चरण में 9 मंडल में वोटिंग होगी जिसमें साहरनपुर, मुरादाबाद, आगरा, झांसी, प्रयागराज, लखनऊ, देवीपाटन, गोरखपुर, वाराणसी हैं। इसके साथ ही दूसरे चरण में भी 9 मंडल में वोटिंग होनी है। जिसमें मेरठ, अलीगढ़, कानपुर, चित्रकूट, अयोध्या, बस्ती, आजमगढ़ और मिर्जापुर शामिल हैं।
शिकार नहीं करते
वहीं उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने निकाय चुनाव की रैली को संबोधित करते हुए कहा, “शेर कभी कुत्ते का शिकार नहीं करते। आप लोगों ने वाइल्ड लाइफ से जुड़े चैनलों पर भी शेर को कुत्ते का शिकार करते नहीं देखा होगा। अब तक किसी राजनीतिक दल की हिम्मत नहीं हुई कि वो कुंडा में जनसभा कर सके। उन्होंने जनसत्ता दल की प्रत्याशी ऊषा सिंह के समर्थन में वोट मांगें। उन्होंने कहा कि यह पार्टी आपकी है। जितवाना आपको है। विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए राजा भैया ने कहा, “मंच पर बैठे हमारी पार्टी के नेता और डॉक्टर साहब चाहते थे कि मैं गर्माहट के साथ बोलूं, लेकिन मैं बस यही कहना चाहूंगा कि शेर कभी शिकार करना नहीं छोड़ता हां, ये बात जरूर है कि शेर कुत्तों का शिकार नहीं करता।
अन्य दल एक भी जनसभा
उन्होंने कहा कुंडा में अन्य दलों की एक भी जनसभा नहीं हो सकी, क्योंकि उनकी सभा में जनता जाना ही नहीं चाहती ऐसे अवसरवादियों को जनता खुद जवाब दे रही है। जनसभा में उमड़े जनसैलाब के जोश को देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि मुकाबला एकतरफा है। जनसत्ता दल ने इस बार निकाय चुनाव में तीन प्रत्याशी उतारे हैं। कुंडा में ऊषा त्रिपाठी, डेरवा में कुंवर बहादुर पटेल, हीरागंज में निर्मला देवी को टिकट दिया है। तीनों प्रत्याशी जनसत्ता दल के सिंबल आरी पर चुनाव लड़ रहे हैं।
आपको बता दें, राजा भैया ने 2019 में जनसत्ता दल पार्टी का गठन किया था। तब उनकी पार्टी में 2 विधायक और एक MLC थे। राजा भैया खुद कुंडा से अपनी पार्टी से विधायक हैं। जनसत्ता दल पार्टी का जिला पंचायत की सीट पर भी कब्जा है। राजा भैया कुंडा से विधायक हैं। वे जब से राजनीति में आए वे अब तक चुनाव नहीं हारे राजा भैया के दादा बजरंग बहादुर सिंह हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रह चुके हैं। राजा भैया 5 बार निर्दलीय चुनाव लड़कर कुंडा से विधायक बने… 1993 में कल्याण सिंह की सरकार में वह यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।