शरद पवार को छोड़कर अजित पवार बीजेपी के साथ सरकार में शमिल होने का फैसला लिया है…..बताया जा रहा है कि इसी दौरान बीजेपी से लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग की बात भी हुई।
आपको बता दें कि बीजेपी और एकनाथ शिंदे की सरकार के साथ अब एनसीपी गुट के अजित पवार भी जुड़ चुका है….. अब तीनों दलों के मंत्री सरकार में शमिल है। इसी बीच आने वाले चुनाव से पहले पावर शेयरिंग पर भी चर्चा शुरू हो गई है…….. सूत्रों के अनुसार बताया गया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में अजित पवार की खेमे वाली एनसीपी ने 13 से 15 सीटों की मांग की है …… इस मामले को लेकर बीजेपी और अजित पवार के बीच बातचीत हुई है। हालांकि इस मामले को लेकर अब तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।
सीट शेयरिंग को लेकर हुई बात
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के साथ अजित पवार ने सरकार बनाने से लेकर तमाम मुद्दों पर भी बातचीत की है। इस दौरान लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत हुई है। फिलहाल इस मामले पर कोई फार्मूला तय नहीं किया गया है…… लेकिन आने वाले कुछ महीनें में इस पर अंतिम फैसला लिया जा सकता है। साथ ही शिंदे गुट वाली शिवसेना को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं, सवाल है कि लोकसभा चुनाव में शिवसेना को कितने सीटें मिल पाएगी। क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में शिवसेना 18 सीटों पर जीत हासिल की थी……..वहीं एनसीपी को 2019 में चार लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई थी। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं।
महाराष्ट्र में शुरू हुआ पावर गेम
शिवसेना और एनसीपी के बागी विधायक भले ही बीजेपी के साथ सत्ता में शमिल हो गया हो। लेकिन जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है……. वैसे-वैसे महाराष्ट्र में पावर गेम शुरू रहा है……. बताया जा रहा है कि आने वाले समय में शिंदे गुट और अजित पवार गुट में जंग की शुरूआत हो सकती है। क्योंकि अजित पवार के एंट्री से पहले ही शिंदे धड़ा असहज महसूस कर रहा है……. ऐसे स्थिति में जब सीट शेयरिंग की बात सामने आयेगी तो यह देखना दिलचस्प होगा कि शिंदे गुट को कितने सीटें मिलती है ……. क्योंकि महाराष्ट्र की राजनीति को समझने वालों का कहना है कि अजित पवार का पलरा अब भारी है. इसका मतलब एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री होने के बावजूद भी पावर गेम में पिछड़ सकते हैं।