लखनऊ में शनिवार को ईदगाह के मौके पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक मंच पर नजर आए। दोनों नेता ऐशबाग ईदगाह मैदान में ईद की मुबारकबाद देने पहुंचे थे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक करीब 11 बजे ईदगाह पहुंचे। फिर 11.30 बजे अखिलेश यादव भी पहुंचे। इस दौरान दोनों नेताओं का आमना-सामना हुआ। दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन किया।
इस दौरान मीडिया से बातचीत में एक बार फिर अखिलेश ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया। कहा, “रामराज्य, समाजवाद तभी संभव है। जब जातीय जनगणना हो। जातीय जनगणना होने से सबका साथ-सबका विकास होगा। जातीय जनगणना से ही भाईचारा आएगा। जातीय जनगणना से ही भेदभाव खत्म होगा, जातीय जनगणना से ही लोकतंत्र मजबूत होगा। जातीय जनगणना से ही समाजवाद आएगा। जातीय जनगणना से ही रामराज्य आएगा।इस दौरान मीडिया से बातचीत में एक बार फिर अखिलेश ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया। कहा, “रामराज्य, समाजवाद तभी संभव है। जब जातीय जनगणना हो। जातीय जनगणना होने से सबका साथ-सबका विकास होगा। जातीय जनगणना से ही भाईचारा आएगा। जातीय जनगणना से ही भेदभाव खत्म होगा, जातीय जनगणना से ही लोकतंत्र मजबूत होगा। जातीय जनगणना से ही समाजवाद आएगा। जातीय जनगणना से ही रामराज्य आएगा।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने ईदगाह में ईद की मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में सबका साथ-सबका विकास से काम हो रहा है। खासकर यूपी में मुस्लिम भाई-बहनों के जीवन स्तर पर बदलाव लाने के लिए हमारी सरकार काम कर रही है। हम सभी मुस्लिम भाई बहनों को ईद के पावन पर्व पर बहुत-बहुत बधाई देते हैं।
वहीं, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने भी लोगों को ईद की बधाई दी। उन्होंने कहा कि योगी सरकार जनता की समृद्धि के लिए ईमानदारी से काम कर रही है।
ईद में यह पहला मौका नहीं है। जब अखिलेश ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया है। सपा प्रमुख लगातार जातीय जनगणना का मुद्दा उठा रहे हैं। फरवरी में बजट सत्र के दौरान सदन में भी अखिलेश ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया था। उन्होंने इस मसले पर विपक्ष के सहयोगियों को भी साथ लाने की कोशिश की थी। अखिलेश ने कहा था- सबका साथ, सबका विकास, तभी होगा जब जातीय जनगणना होगी। हमें पता होना चाहिए, हम कितने हैं, हमारी संख्या कितनी हैं।