विपक्ष की तरफ से लोकसभा में पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दूसरे दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला।
आपको बता दें कि इस दौरान उन्होंने मणिपुर को लेकर कहा कि इनकी राजनीति ने मणिपुर को नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान को मणिपुर में मारा गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है और इन्होंने हिंदुस्तान का कत्ल किया है। इस दौरान राहुल गांधी ने अपने मणिपुर दौरे का भी जिक्र किया। जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें महिलाओं का दर्द दिखा, राहुल के ये कहते ही सत्ता पक्ष के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिस पर विपक्षी सांसदों ने कहा कि क्या तुम लोग महिलाओं का दर्द नहीं सुन सकते हो। आपके शर्म नहीं आती।
राहुल गांधी ने देखा मणिपुर में महिलाओं का दर्द
राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं मणिपुर में राहत शिविर में गया तो वहां एक महिला मिली, जिसने बताया कि मेरा एक ही बच्चा था। उस महिला ने कहा कि मेरे आंखों के सामने मेरे बच्चों को गोली मारा गया। उस महिला ने बताया कि मैं पूरी रात उसकी लाश के साथ लेटी रही, फिर मुझे डर लगा और मैंने अपना घर छोड़ दिया। राहुल बोले इसके बाद मैंने उससे पूछा कि आप कुछ तो अपने साथ लाई होगी। तो इस पर उस महिला ने कहा कि मेरे पास सिर्फ कपड़े और मेरे बच्चे की फोटो बची है।
इसके साथ राहुल गांधी ने दूसरे रिलीफ कैंप का जिक्र करते हुए कहा कि एक और दूसरी महिला मुझे मिली उस महिला से मैंने जैसे ही पूछा कि आप कैसी हैं। वैसे ही वो महिला एक सेकेंड में कांपने लगी। उसने अपने दिमाग में वो दृश्य देखा और मेरे सामने वो बेहोश हो गई।
राहुल गांधी ने कहा अहंकार को खत्म करना होगा
राहुल ने संसद में अपने भाषण में आगे कहा कि लोग कहते हैं कि ये देश है। कोई अलग-अलग भाषाएं, कोई जमीन, कोई धर्म तो कोई सोना और चांदी कहता है। लेकिन सच्चाई ये है कि यह देश एक आवाज है। इस देश के लोगों की आवाज है। इस देश के लोगों का दर्द है, दुख है, कठिनाइयां हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस आवाज को सुनने के लिए हमें अपने अहंकार को खत्म करना पड़ेगा। तभी हमें हिन्दुस्तान की आवाज सुनाई देगी।