उत्तरप्रदेश नगरनिकाय चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है| भारतीय जनता पार्टी के साथ अन्य दलों की भी चुनावी तैयारियां जोरो शोरों से चल रही है| इस महीने कभी भी नगर निकाय चुनाव के तारीखों की घोषणा हो सकती है| सीटों के आरक्षण और परिसीमन सहित मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है| लेकिन अभी इसे सार्वजनिक नहीं किया गया|
उत्तरप्रदेश में कुल 17 नगरनिगम, 148 परिषद और 493 नगर पंचायत है| नगरनिगम में महापौर को चुना जाता है| नगर पालिका और नगर पंचायतों में अध्यक्ष और सभासद का चुनाव होता हैं| वहीं आयोग ने चुनाव लड़ने के लिए उम्र सीमा भी निर्धारित किया है| जिसमें नगर निगम के महापौर, परिषद और नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी की उम्र 30 वर्ष से अधिक होनी चाहिए| नगर निगम के पार्षद और नगर पालिका नगर पंचायत के सदस्यों की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए| इसके साथ ही चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी को भारत का नागरिक होना चाहिए और पर्चा दाखिला करते समय प्रत्याशी के साथ दो प्रस्तावक और दो समर्थक होने चाहिए|
इस चुनाव में हर वर्ग के लोगों को प्रतिनिधित्व मिल सके इसके लिए सीटों के आरक्षण का प्रावधान किया गया है| सीटों का आरक्षण चक्रानुक्रम में किया जाता है| यानी जो सीट वर्तमान समय मे आरक्षित है, उसे अनारक्षित श्रेणी में किया जा सकता है| या जो सीट ओबीसी के लिए थी वह सामान्य या आरक्षित हो सकती है| कुल मिलाकर आरक्षण में चक्रानुक्रम प्रणाली का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है| ताकि उससे सीट पर हर वर्ग के लोगों को प्रतिनिधित्व का मौका मिलता रहे|
– हिमांशी गुप्ता