सचिन पायलट के धरने को लेकर भारतीय जनता पार्टी आक्रामक मूड में आ गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पायलट के धरने को स्वार्थ की राजनीति बताया। मंगलवार को बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राठौर ने कहा कि जो पायलट अब आर-पार की लड़ाई के मूड में दिख रहे हैं। लेकिन पायलट पिछले 4 साल से चुप क्यों थे। क्योंकि शुरू से लेकर आखिर तक सिर्फ स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं। उन्हें अगर अनशन करना ही था। तो उस समय क्यों नहीं किया जब 26 लाख विद्यार्थियों के साथ पेपर लीक का धोखा हुआ था।उन्होंने कहा कि जब कन्हैया लाल की गर्दन काटी गई तब Sachin Pilot ने अनशन क्यों नहीं किया। महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा था। उस समय तो अनशन कर लेते। लेकिन उस समय कुछ नहीं बोला गया। क्योंकि स्वार्थ की राजनीति हो रही थी। अब चिडिया चुग गई खेत, तो आर-पार की लड़ाई हो रही है। इसके लिए चार साल पहले के मनगढ़ंत के आरोप लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में पेपर लीक हुए। तो सीबीआई जांच क्यों नहीं करवा रहे हैं। क्यों की दिल्ली के आकाओं को खुश रखना जरूरी है। जिनकी यह गुलामी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस के बाद तो मोदी सरकार ने साफ कर दिया है कि जिन्होंने भी भ्रष्टाचार किया है। उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा। बीजेपी भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए काम कर रही है। ऐसे में अगर भ्रष्टाचार में कांग्रेस लिप्त है, तो उन्हें सजा भुगतनी पड़ेगी।
Rajyavardhan Rathore ने कहा कि चुनाव में जाने के लिए इनके पास कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए सहानुभूति का सहारा लेने की कोशिश की है। मगर सहानुभूति तो उनके साथ होनी चाहिए। जिन महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ है। जिन बच्चों का पेपर लीक हो रहा है। जनता की अब उन नेताओं के साथ सहानुभूति नहीं होगी। जो वंशवाद और स्वार्थ की राजनीति करते हैं। राजस्थान की जनता भ्रमित होने वाली नहीं है। ऐसे में कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई में राजस्थान की जनता अब पिसने को तैयार नहीं है।