बारिश : बारिश के मौसम में वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। इसको देखते हुए जिला मलेरिया विभाग द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें घर और आस-पास साफ-सफाई रखने के निर्देश दिये गए हैं। जलभराव वाले स्थानों पर मच्छरों के पनपने की ज्यादा संभावना रहती है।
बारिश : जिला मलेरिया अधिकारी एम.जौहरी ने बताया कि इस मौसम में वेक्टर बार्न डिजीज यानि मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के बढ्ने की ज्यादा संभावना रहती है। अगस्त से अक्टूबर तक इनका का प्रकोप अधिक होता है। इस दौरान बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल पहुंचते हैं। इससे बचाव के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जाती है। इसके चलते वेक्टर बार्न डिजीज के मरीजों की संख्या में कमी आई है। मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जगह-जगह फागिंग लगातार कराई जा रही है।
सहायक मलेरिया अधिकारी के अनुसार इन बीमारियों से बचाव पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए क्योंकि बचाव होगा तो इलाज की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। इसके लिए लोगों तक संदेश पहुंचाया जा रहा है कि वह मच्छरों को पनपने न दें। स्कूलों में विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं, स्कूलों में असेंबली में बीमारी से बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं। इस मौसम में बुखार आने पर चिकित्सक को दिखाकर परामर्श लें। पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।
कैसे करें बचाव
कूलर व अन्य बर्तन जिनमें पानी का संचयन किया जाता है आदि को नियमानुसार सुखाकर ही पुनः प्रयोग में लायें। घर की छतों, बेकार पड़े बर्तनों, गमलों के नीचे ए०सी० से निकलने वाले पानी, पक्षियों के लिए रखे गए पानी के बर्तन आदि को सप्ताह में एक बार सुखाकर ही प्रयोग में लायें।
-ऐसे कपड़े पहने, जिससे शरीर का ज्यादा-से-ज्यादा हिस्सा ढका रहे। खासकर बच्चों के लिए यह सावधानी बहुत जरूरी है। -रात को सोते समय मच्छरदानी लगाएं।