सिकंदराराऊ ।
संसार में ऐसे चन्द लोग ही होते हैं जो अपने सुख दुख के अलावा अन्य लोगों का भी ख्याल रख सकें। उन्ही चन्द लोगों में से कुछ लोग एक छोटे से कस्बे सिकन्द्राराऊ में भी लोगों के दिलों को जीतने का कार्य कर रहे हैं, लोग जिन्दा लोगों की सुख सुविधा का ध्यान नहीं रख पाते परन्तु यह उनके परलोक गमन के पश्चात सही प्रकार से उनका अन्तिम संस्कार हो सके इस में जुटे हुए हैं, जी हां हम आपको इन्हीं में से कुछ लोगों का परिचय कराते हैं ये हैं सिकंद्राराऊ के श्री राजीव शर्मा जी जो कम्प्यूटर टाईप के अलावा फोटो स्टेट का व्यवसाय चलाते हैं और दूसरे हैं भारतीय जनता पार्टी के पुराने कार्यकर्ता श्री राधेकांत सक्सेना जो विभिन्न उत्पादों की एजेन्सी लेकर व्यापार कर रहे हैं और चौथे हैं इंजीनियर कुमुद कुमार गर्ग उर्फ नीटू भाई जिनकी विशेषता है कि ये पल भर में किसी भी प्रकार का इलैक्ट्रानिक सामान है सही करने में महारथी हैं तथा आजकल सोलर पैनल के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं, चौथे हैं सिचाई विभाग में कार्यरत प्रदीप मुदगल जी जो अपने तन मन धन से लोगों की मदद विना किसी को चेहरा दिखाये हमेशा करते रहते हैं।
बात 2016 की है जब ये लोग किसी के अन्तिम संस्कार के लिए सिकन्दराराऊ में एटा रोड पर स्थित शमशान गृह पर पहुंचे तो वहां की दुर्दशा देखकर विचलित हो गये और वहीं संकल्प लिया कि इसका सौन्दर्यीकरण कराया जायेगा, इसी संकल्प को पूरा करने के लिए इन्होंने तभी से कार्य करना प्रारम्भ कर दिया तथा आज इस मुक्तिधाम का कायाकल्प हो चुका है।
राधेकांत सक्सेना,राजीव शर्मा,कुमुद कांत गर्ग,प्रदीप मुदगल का कहना है कि सन 2016 से जन सहयोग से इस मुक्तिधाम का जीर्णोद्धार कराते आ रहे हैं उन्होंने बताया जब हम सन 2016 में यहां पर शव का दाह संस्कार करने आए थे तो यहां पर स्थिति बहुत दयनीय थी ना तो शव को दाह संस्कार के लिए जगह ही पर्याप्त थी और नांही साफ-सफाई थी । तभी से यहां पर जन सहयोग लेकर समय-समय पर जीर्णोद्धार कराते आ रहे हैं।
चारों सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया की कोरोना काल में भी इनके द्वारा जिन जरूरतमंदों को ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता थी उनको निशुल्क सिलेंडर भी दिलवाये गए थे।
इस प्रकार से यदि प्रत्येक शहर व कस्बे में इसी प्रकार के जागरूक लोग कुछ करने का संकल्प ले लें तो निसंदेह समाज में एक अच्छा सन्देश तो जायेगा ही बल्कि इनको देखकर अन्य लोग भी इस प्रकार के पुनीत कार्यों में अपने आपको समर्पित करने लगेंगे।