प्रयागराज में अतीक अहमद की हत्या के तार बांदा से जुड़े हैं। अतीक और अशरफ को हॉस्पिटल ले जाए जाने के दौरान गोली मारने वालों में शामिल रहे लवलेश के परिजनों ने उससे किसी प्रकार का संबंध नहीं होने की बात कही है। पिता ने पहले ही कहा कि लवलेश से उनका कोई संबंध नहीं है। भाई ने कहा कि वह घर में आता था। खाना खाता था और चला जाता था। क्या करता था? किससे मिलता था? इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है।अतीक और अशरफ हत्याकांड के बाद पिता ने जब रात को टीवी पर लवलेश का चेहरा देखा तो पहचान लिया। लेकिन, छोटे भाई विनीत तिवारी को बुलाकर तफ्तीश कराई। वह रात को कंफ्यूजन में था। लवलेश के भाई ने सुबह में जब मीडिया रिपोर्ट में उसका नाम देखा तब यकीन हुआ। भाई ने कहा कि पिता ने सुबह में उठाया और भाई के इस घटना में शामिल होने की खबर चलने की बात कही। इसके बाद पूरे मामले की जानकारी हमें मिली। उसने कहा कि हम लोगों के साथ भाई के संबंध नहीं थे।लवलेश के बारे में उसके परिजनों का कहना है कि वह अपनी मर्जी का मालिक है। लवलेश के भाई ने कहा कि हमें उससे कोई मतलब नहीं है। वह कब आए, कब जाए, इससे किसी को कोई परवाह नहीं होती थी। करीब एक सप्ताह पहले वह घर आया था। उसके बाद से गायब है। शनिवार की रात जब घटना घटी और टीवी पर खबर आने लगा तो हम लोगों ने उसे देखा। हमारे पिता ने सुबह मुझे जगाया और कहा कि यह लवलेश है। हमें तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि वह इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे देगा।बांदा में एक लड़की को थप्पड़ मारने के मामले में लवलेश करीब तीन साल पहले जेल गया था। उसके भाई ने कहा कि करीब डेढ़ साल तक जेल में रहा। वहां से निकलने के बाद वह अपनी मनमानी करने लगा। हफ्तों घर से गायब रहता था। नशा करता था। पिछले एक सप्ताह से गायब था। विनीत तिवारी ने कहा कि लवलेश ने इंटर करने के बाद JNPG कॉलेज लखनऊ में दाखिला लिया था। लेकिन, स्नातक में फेल हो गया तो पढ़ाई छोड़ दी।
विनीत इस समय ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे हैं। लवलेश के बारे में जानकारी आ रही है कि वह स्थानीय स्तर पर नेतागिरी करता था। बजरंग दल से जुड़ा हुआ था। भाई विनीत और परिवार के अन्य सदस्य उससे किसी प्रकार का संबंध नहीं होने की बात कह रहे हैं।
पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई की गोली मारकर हत्या करने में शामिल लवलेश तिवारी बांदा शहर के क्योंटरा मोहल्ले का रहने वाला है। वह बजरंग दल से जुड़ा हुआ था। इसमें जिला सह सुरक्षा प्रमुख पदाधिकारी के पद पर नियुक्त था। परिजनों के मुताबिक, करीब एक हफ्ते पहले यहां से चला गया था। उसने जेएनपीजी कॉलेज लखनऊ में बीए दाखिला लिया था। फेल हो जाने के कारण पढ़ाई छोड़ दी थी। छोटे भाई के मुताबिक, घर के लोग उस से मतलब नहीं रखते थे। घर आता था खाना खाकर इधर-उधर घूमता रहता था।