रिंकू सिंह ने लगातार पांच छक्के लगाते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स को गुजरात टाइटन्स पर तीन विकेट से जीत दिलाई।आखिरी पांच गेंदों पर केकेआर को जीत के लिए 28 रनों की जरूरत थी, लेकिन रिंकू ने छक्कों का ऐसा पंच जड़ा कि गुजरात की टीम देखते रह गई। अलीगढ़ में पैदा हुए रिंकू की क्रिकेटिंग जर्नी आसान नहीं रही है।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में 9 अप्रैल (रविवार) को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में एक ऐसा मुकाबला खेला गया, जिसे फैन्स कई सालों तक नहीं भूलेंगा कोलकाता नाइट राइडर्स और गुजरात टाइटन्स के बीच खेले गए इस मुकाबले के मुख्य किरदार रहे रिंकू सिंह बाएं हाथ के बल्लेबाज रिंकू सिंह ने मुकाबले के आखिरी ओवर में ऐसा अद्भुत खेल दिखाया, जिसकी तारीफ करने के लिए शब्द कम पड़ गए।
कोलकाता को आखिरी ओवर में जीत के लिए 29 रन बनाने थे और उसकी हार लगभग तय दिख रही थी। गुजरात टाइटन्स के कार्यवाहक कप्तान राशिद खान ने आखिरी ओवर फेंकने की जिम्मेदारी बाएं हाथ के पेस बॉलर यश दयाल को सौंपी। यश दयाल की पहली गेंद पर उमेश यादव ने सिंगल लेकर स्ट्राइक रिंकू सिंह को दिया। इसके बाद रिंकू ने लगातार पांच छक्के लगाकर टीम को जीत दिला दी।
रिंकू सिंह अपनी टीम के कप्तान नीतीश राणा के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे थे। 25 साल के रिंकू ने अपनी पारी की काफी धीमी शुरुआत की और पहले 14 गेंदों पर उन्होंने सिर्फ 8 रन बनाए… लेकिन, रिंकू ने जो आखिरी सात गेंदें खेलीं उसमें उन्होंने 40 रन बनाए कुल मिलाकर रिंकू सिंह ने 21 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 48 रन बनाए, जिसमें छह छक्के और एक चौका शामिल था
रिंकू के आईपीएल करियर का ये बेस्ट स्कोर रहा IPL के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी टीम ने आखिरी ओवर में इतने रन बनाकर मुकाबला जीता हो इससे पहले आईपीएल 2016 में राइजिंग पुणे सुपर जायंट्स ने पंजाब किंग्स के खिलाफ आखिरी ओवर में जीत के लिए जरूरी 23 रन बना लिए थेवइस धमाकेदार पारी के बाद रिंकू सिंह आईपीएल के सुपरस्टार खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं रिंकू सिंह की कहानी लाखों युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
रिंकू ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे, जिसके कारण उन्हें कोचिंग सेंटर में झाड़ू-पोछा लगाने की नौकरी मिली। रिंकू को इस काम में मन नहीं लगा और उन्होंने कुछ दिनों में ही इस नौकरी को अलविदा कह दिया। इसके बाद रिंकू ने पूरा ध्यान क्रिकेट पर लगाया, जो उनका करियर चमका सकता था। रिंकू सिंह के करियर को नई उड़ान देने में दो लोगों मोहम्मद जीोशान और मसूद अमीन ने मदद की मसूद अमीन ने रिंकू को बचपन के दिनों से क्रिकेट की ट्रेनिंग दी है, वहीं जीशान ने अंडर-16 ट्रायल में दो बार फेल होने के बाद इस क्रिकेटर की काफी मदद की. खुद रिंकू सिंह ने भी इस बात का एक इंटरव्यू में खुलासा किया था।
रिंकू की मेहनत आखिरकार रंग लाई, जब 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश की ओर से लिस्ट-ए और टी20 क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। रिंकू सिंह ने दो साल बाद पंजाब के खिलाफ मुकाबले से अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू भी किया। रिंकू ने उसके बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया… IPL 2017 की नीलामी में रिंकू को किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) ने 10 लाख रुपए में खरीदा था। हालांकि उस सीजन उन्हें एक ही मुकाबला खेलने को मिला।