कई अहम मामलों में फैसला लेने वाले और अयोध्या विवाद को लेकर हाल में ऐतिहासिक फैसला लेने वाली पीठ में शामिल रहे न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे ने सोमवार को देश के 47वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने न्यायमूर्ति बोबडे (63) को शपथ ग्रहण कराई। रंजन गोगोई रविवार को सेवानिवृत्त हुए जिसके बाद ने प्रधान न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली।

न्यायमूर्ति बोबडे ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में आयोजित एक समारोह में ईश्वर के नाम पर अंग्रेजी में शपथ ग्रहण की। शपथ ग्रहण समारोह में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई वरिष्ठ मंत्री मौजूद थे।
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इस दौरान उपस्थित थे। न्यायमूर्ति बोबडे ने कहा था कि वह उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नियुक्ति या उनके नाम को खारिज करने संबंधी कोलेजियम के फैसलों का खुलासा करने के मामले में पारंपरिक दृष्टिकोण अपनाएंगे।