आगरा नगर निगम में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. जिले में सात नगर पंचायत और पांच नगर पालिका हैं. नगर निगम में 100 वार्ड हैं. जहां मेयर से लेकर पार्षद, नगर पंचायतों में चेयरमैन व सभासदों के लिए चुनाव होगा. दिसंबर में निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है. और 30 नवंबर को अंतिम मतदाता सूचियां प्रकाशित होंगी. उससे पहले 1 से 7 नवंबर तक नगर के 100 वार्डों में मतदाताओं के नाम सूची में जोड़ने, घटाने के लिए फार्म भर लिए गए हैं. 4 नवंबर तक आयोग के ऑनलाइन पोर्टल पर भी नए मतदाता बनने के लिए आवेदन किए हैं. 18 नवंबर को सभी बूथों पर मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा.
बतादें कि पिछले महीने क्षेत्रवार परिसीमन के बाद नगर निगम में दो वार्डों के नाम बदले गए हैं. 50 से अधिक वार्डों में नए इलाके शामिल हुए हैं. जबकि कई वार्डों से पुरानी कॉलोनियां हटा कर दूसरे वार्डों में जोड़ी गई हैं.
आगरा नगर निगम चुनाव के लिए पांच साल में 66 हजार 281 मतदाता बढ़ गए हैं. बीते दिन जिला निर्वाचन नगर निकाय कार्यालय ने 100 वार्डों की अनन्तिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया है, जिसमें कुल 51 हजार 806 मतदाताओं के नाम सूची से कट गए हैं. नगर निगम चुनाव 2017 में कुल 12 लाख 90 हजार 561 मतदाता थे. जिनकी संख्या अब 13 लाख 56 हजार 932 हो गई है.
आपको बतादें कि ताजनगरी में बीते नगर निगम चुनाव में नगर निगम सीट पर बीजेपी का कब्जा हुआ था… इस सीट से बीएसपी के दिंगबर सिंह धाकड़े को हराते हुए बीजेपी के नवीन जैन ने जीत दर्ज की थी…और अब देखना यह होगा इस सीट को अब आगे कौन संभालता है.
हालांकि नवीन जैन अपने कार्यकाल के दौरान कराए गए विकास कार्यों की बदौलत खुद को एक बार फिर से रिपीट होने का भरोसा जता रहे हैं. शहर को स्वच्छ बनाने, हरियाली विकसित करने के साथ ही तमाम नागरिक सुविधाओं को आगरा में डेवलप किया गया है. तो वहीं भाजपा से ही मेयर पद की टिकट मांगने वालों की फेहरिस्त काफी लंबी है. इनमें प्रमुख से भाजपा नेता प्रमोद गुप्ता, एडवोकेट सुरेंद्र गुप्ता समेत कई अन्य भाजपा नेता अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं. और अपने अपने स्तर से नेताओं के संपर्क में हैं.
वैसे तो मेयर पद पर ज्यादातर भाजपा का ही बोलबाला रहा है. और बसपा दूसरे नंबर पर रही है.लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी से नेता सुमित विभव, भारत भूषण गप्पी, विनोद अग्रवाल समेत कई अन्य दावेदार हैं. समाजवादी पार्टी में भी कई नेता लंबे अरसे से दावेदारी ठोक रहे हैं. जिनमें सपा नेता राहुल चतुर्वेदी, विनय अग्रवाल औऱ प्रिंस कुरैशी समेत कई नाम शामिल है. तो वहीं आम आदमी पार्टी ने भी अपने 4 संभावित प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है जिसमें विशाल सिंह, मनमोहन सिंह, देवेन्द्र कुमार, और अमित कुमार का नाम प्रस्तावित है. हालांकि बसपा का तरीका थोड़ा अलग है, बसपा अभी तक ऐन मौके पर अपने पत्ते खोलती आई है. कमोवेश हर राजनीतिक दल की निगाहें आरक्षण पर टिकी हुई हैं.
– हिमांशी गुप्ता