मंगलवार को प्रजापति ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सेवा केन्द्र पर विश्व हिन्दी पत्रकारिता दिवस समारोह संपन्न हुआ इस अवसर पर “राष्ट्र के नव निर्माण में मीडिया की भूमिका “ विषय पर एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए अपर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र दुबे ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में हिन्दी पत्रकारों की अहम भूमिका है , सबसे पहला हिन्दी अखबार उदण्ड मार्तण्ड आज ही के दिन पं जुगल किशोर शुक्ल द्वारा १८३६ में कलकत्ता से प्रकाशित हुआ था , स्वतंत्रता संग्राम में पत्रकारों का बलिदान और भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने इस अवसर पर पत्रकारों की अहम भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस के अच्छे कामों को जनता के बीच पहुंचा कर अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार डॉ विनय शौनक ने कहा कि पत्रकारिता जोखिम के साथ साथ बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य है लेकिन अफसोस है कि उनका सही मूल्यांकन नहीं किया जाता और न ही उचित सहयोग किया जाता है, उन्होंने कहा कि तमाम घोषणाओं के बावजूद पत्रकार आज भी मुफलिसी का जीवन जी रहा उसका बुढ़ापा , बावजूद समर्पण के दयनीय स्थिति में होता है , सरकार को उनके जीवन यापन के लिए पैंशन जैसी योजनाओं को लागू किये जाने की जरूरत है। वरिष्ठ पत्रकार संजय धूपड़ और फहीम अख्तर ने भी राष्ट्र निर्माण में योगदान के बावजूद उन्हें उपेक्षा का शिकार होना पड़ता है। पत्रकारों पर झूठे मुकदमे ही बिना जांच के लाद दिए जाते हैं।
जिला सूचना अधिकारी नीतू कनौजिया ने जनपद में पत्रकारों के सक्रिय योगदान की सराहना की।मंचासीन , प्रजापति ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मीडिया प्रमुख दिनेश सिंह ने पत्रकारों से व्यसनों से दूर रहने का आह्वान किया। सेवा केन्द्र प्रमुख करुणा दीदी ने कहा कि पत्रकार समाज का स्वरूप बदलने की क्षमता भी रखते हैं समय समय पर उन्हें समाज के पथ प्रदर्शक की भूमिका भी निभानी चाहिए।
इस अवसर पर राज योग का सूक्ष्म प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन ज्ञानेश ने किया, इस अवसर पर सुबोध माहेश्वरी ,चेतन गौतम , अमित तिवारी सहित बड़ी संख्या में पत्रकार गण मौजूद थे