नोटबंदी पर पर्दा डालने के लिए की गई ‘दूसरी नोटबंदी, निष्पक्ष जांच होनी चाहिए : खरगे

RBI ने बीते दिन 2000 के नोटों को चलन से बाहर करने का ऐलान किया। जिसके बाद सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। साथ ही साथ राजनेताओं ने नोटबंदी पर ट्वीट कर प्रतिक्रिया दि है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने RBI द्वारा 2,000 रुपये के नोट को 30 सितंबर 2023 के बाद चलन से बाहर करने की घोषणा किए जाने के बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या नोटबंदी गलत निर्णय था। फिर उस पर पर्दा डालने के लिए यह ‘दूसरी नोटबंदी’ की गई है।
उन्होंने इसकी निष्पक्ष जांच कराने की मांग की खरगे ने ट्वीट कर कहा- आपने पहली नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को एक गहरा जख्म दिया था, जिससे पूरा असंगठित क्षेत्र तबाह हो गया, MSME यानी की सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम ठप हो गए और करोड़ों लोगो के रोजगार चले गए अब 2,000 रुपये के नोट वाली ‘दूसरी नोटबंदी.’ क्या यह गलत निर्णय के ऊपर पर्दा डालना नहीं है? एक निष्पक्ष जांच से ही कारनामों की सच्चाई सामने आएगी.”

साथ ही अरबिंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा-

“पहले बोले 2000 का नोट लाने से भ्रष्टाचार बंद होगा। अब बोल रहे हैं 2000 का नोट बंद करने से भ्रष्टाचार ख़त्म होगा
इसीलिए हम कहते हैं, PM पढ़ा लिखा होना चाहिए… एक अनपढ़ पीएम को कोई कुछ भी बोल जाता है… उसे समझ आता नहीं है भुगतना जनता को पड़ता है”

 

 

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर सरकार पर तंज कसा

” कुछ लोगों को अपनी गलती देर से समझ आती है। 2000/- के नोट के मामले में भी ऐसा ही हुआ है लेकिन इसकी सज़ा इस देश की जनता और अर्थव्यवस्था ने भुगती है।
शासन मनमानी से नहीं, समझदारी और ईमानदारी से चलता है।

उल्लेखनीय है कि RBI ने 2,000 रुपये के नोट को सितंबर 2023 के बाद चलन से बाहर करने की शुक्रवार को घोषणा की इस मूल्य के नोट को बैंकों में 23 मई से जाकर बदला जा सकता है। RBI ने शाम को जारी एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे. RBI ने बैंकों को 30 सितंबर तक ये नोट जमा करने एवं बदलने की सुविधा देने को कहा है। हालांकि, एक बार में सिर्फ 20,000 रुपये मूल्य के नोट ही बदले जा सकेंगे।