रविवार, दिसम्बर 22, 2024
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केंद्रीय जीएसटी की टीम द्वारा रूहेरी बाईपास स्थित बैटरी उत्पादक फर्म पर छापेमारी

व्यापारियों के विरोध और हंगामें के बीच दूसरे दिन दोपहर तक जारी रही जीएसटी टीम की छापेमारी टीम पर फैक्ट्री कर्मचारियों से मारपीट का आरोप

हाथरस (जिनेन्द्र जैन)। एपेक्स बैटरी के मांलिक प्रमुख उद्योगपति आरएसएस के विभाग सह सम्पर्क प्रमुख के घर एवँ फैक्ट्री पर जीएसटी विभाग की कार्यवाही दूसरे दिन भी जारी रही। जीएसटी टीम ने कई फाईलों को अपने कब्जे में ले लिया। देर रात घर पर छानबीन के बाद जीएसटी टीम अलीगढ रोड पर रूहेरी के निकट स्थित फैक्ट्री पर जांच के लिये पहुच गई। सुबह से ही फैक्ट्री के बाहर काफी संख्या में लोगों की लगी रही। कार्यवाही के दौरान किसी को भी घर एवँ फैक्ट्री में आने व जाने नही दिया गया। टीम ने छानबीन करके दोपहर को वापस चली गये। बतातें है कि कि टीम अपने साथ फाईलों ,लेपटाप भी साथ ले गई है।

बता दें कि पॉवर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड फर्म का बोर्ड पुराना मिल कंपाउंड में एक घर पर लगा हुआ है। जिस घर पर यह बोर्ड लगा हुआ है उसी घर में एपेक्स बैटरी के नाम से फैमस और आरएसएस के अलीगढ विभाग सह संपर्क दुर्गेश गुप्ता अपने परिवार के साथ रहते है। 30 सितंबर दोपहर केंद्रीय जीएसटी की टीम ने यंहा छापा मारा। यहां जीएसटी की टीम देर रात तक फाइलों को खंगालती रही और महत्पूर्ण दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिये है।
सुबह जीएसटी टीम ने अलीगढ रोड पर रूहेरी के पास सिथत बैटरी बनाने वाली फर्म पर छापा मारा। बताते है कि यह फैक्टी्र आरएसएस के अलीगढ विभाग सह संपर्क दुर्गेश गुप्ता की है और एपेक्स बैटरी के नाम से बैटरी बनाने की फैक्ट्री है। फैक्ट्री पर सैकड़ों लोग रोज काम करते है। यहां पर जीएसटी अधिकारियों ने तमाम दस्तावेजों की जांच की। टीम ने दस्तावेजों के साथ स्टॉक की भी जानकारी ली । जीएसटी टीम ने यहां 10 घन्टे से भी अधिक देर तक रूकी। दोपहर तक टीम जांच करती रही। जांच में टीम ने कुछ फाईलों को अपने कब्जे में ले लिया है। टीम ने फैक्टी्र मालिक दुर्गेश गुप्ता से भी पूछताछ की है। जांच के बाद दोपही को टीम वापस लौट गई। आरएसएस नेता के घर एवं फैक्टी्र पर हुई छापामार कार्यवाही को लेकर शहर में तरह तरह की चर्चायें हो रही है। व्यापारियों का कहना है कि छोटी से छोटी फर्म पर स्टॉक आदि का शतप्रतिशत मिलान होना असम्भव होता है जिसकी बजह से जीएसटी अधिकारियों द्वारा व्यापारियों को परेशान किया जाता है।

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