होमधर्मकुंज बिहारी जी रास बिहारी जी तैसे ही नैना मोरे लागे
कुंज बिहारी जी रास बिहारी जी तैसे ही नैना मोरे लागे
– श्रद्धालुओं से एकल अभियान से जुड़ने का आग्रह किया
दिल्ली 4 अक्टूबर ।
आचार्य मृदुल कृष्ण गोस्वामी जी के श्रीमुख से जगदंबा टेंट वेस्ट इंक्लेव पीतमपुरा दिल्ली में चल रहे श्रीमद्भाभागवत कथा ज्ञानयज्ञ के छटवे दिन श्रीमद्भागवत महापुराण के प्राण कही जाने वाली महारास कथा की अत्यंत प्रेमपूर्ण एवं भावपूर्ण कथा का श्रोताओं को रसपान कराया गया आज ही कंसोद्धार एवं रुक्मणि विवाहोत्सव की कथा का रसपान कराया गया इस अवसर पर स्वामी लोकेश दास जी महाराज हरिद्वार कंचनगिरि जी महाराज, कोषाध्यक्ष, दिल्ली संत मंडल, का संत दर्शन एवं मार्गदर्शन मिला अतिथि के रूप में श्री रमेश अग्रवाल अध्यक्ष सेवा भारती दिल्ली एवं श्रीमति रेखा गुप्ता निगम पार्षद दिल्ली नगर निगम तथा एकल अभियान के अभियान प्रभारी श्री राजेश गोयल जी की गरिमामयी उपस्थिति रही एवं श्रद्धालु समाजसेवी बंधुओं माताओं बहनों ने व्यासपीठ की दीप आरती करते हुए आशीर्वाद लिया ।
*हे गिरधारी तेरी आरती गाऊं* से श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर करते हुए महाराज श्री ने महारास कथा , कंसोद्धार व रुक्मणि विवाहोत्सव की कथाओं को अत्यंत रोचक ढंग से प्रस्तुत किया तथा इन कथाओं से समाज को क्या प्रेरणा लेनी चाहिए उसका भी अनेकों प्रेरक दृष्टांतों से मार्गदर्शन किया एवं बाल कृष्ण की चमत्कारिक लीलाओं व उनके भग्वततत्व का आध्यात्मिक वर्णन भी किया ।
कथा प्रसंगों के चलते व्यास पीठ से शिक्षा के महत्व को बताते हुए महाराज श्री ने सभी श्रद्धालुओं से एकल अभियान से जुड़ने का आग्रह किया एवं वनवासी बालक बालिकाओं की शिक्षा व वनवासी ग्रामों के समग्र विकास में योगदान करने का आह्वान भी किया , ज्ञातव्य होवे कि एकल अभियान भारत लोक शिक्षा परिषद् द्वारा भी वनवासी क्षेत्रों में ” पढ़ेगा देश तो बढ़ेगा देश” की सोच पर चलकर ,स्वास्थ, शिक्षा और संस्कार – हर बच्चे का है अधिकार- की धारणा को साकार करते हुए अपने समग्र ग्राम विकास की ओर अग्रसर है।