सिकंदराराऊ (ब्रजांचल ब्यूरो/अनूप) –
युवा अपनी ऊर्जा का प्रयोग सही दिशा एवं दशा में लगायें
विजयदशमी एवं शस्त्र पूजन का किया आयोजन
स्थानीय सांई आनन्द बल्लभ विद्यालय में कर्मयोग सेवा संघ का तृतीय स्थापना दिवस एवं विजयदशमी पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर शस्त्र पूजन एवं सम्मान समारोह तथा समन्यव गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें साहित्यकार ,
पत्रकार एवं वरिष्ठ समाजसेवी सम्मानित किये गये। इस अवसर पर समाज में भय, भूख, भ्रष्टाचार एवं भेदभाव से मुक्त वातावरण बनाने पर जोर दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुलाब सिंह चक ने की एवं संचालन कर्मयोग सेवा संघ के अध्यक्ष विवेकशील राघव एवं श्री कांत त्रिवेदी व देवेन्द्र दीक्षित शूल ने सयुंक्त रूप से किया।
मुख्य अतिथि गाजियाबाद के उद्योगपति एवं वरिष्ठ समाजसेवी के के शर्मा ने कहा कि निस्वार्थ शिक्षा ब्राहमण कर्म है तो निस्वार्थ रक्षा करना क्षत्रित्व है और जो निस्वार्थ राष्ट्र सेवा करता है वह वैश्य धर्म है। इस लिए समाज को जातियों में न बांट कर एकता के सूत्र में पिरोए रखना चाहिए।
राज्यमंत्री धर्मवीर सिंह प्रजापति ने कहा कि मानव जीवन को सुरक्षित रखना है तो प्रकृति को बचाए रखना आवश्यक है। जल एवं वन सम्पदा हमारी सबसे अनमोल धरोहर हैं। इनके सरंक्षण पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
मुख्य वक्ता वृन्दावन से पधारे आचार्य सुनील कौशल जी महाराज ने कहा कि युवा पीढी दिग्भ्रमित हो रही है। युवाओं का सही दिशा एवं सही दशा देने की आवश्यकता है। कर्मयोग सेवा संघ जैसे सात्विक भाव के संगठन समाज में सकारात्मक क्रांति लाने का काम करते हैं। सार्थक विचारधारा का यह संगठन अपनी कार्ययोजना एवं सोच से जीवन में नई आशा और नई उमंग पैदा करेगा।
अखिल भारतीय रामराज्य परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अवनीश वशिष्ठ ने कहा कि देश विभिन्न समस्याओं से जूझ रहा है।
द्वितीय सत्र के मुख्य अतिथि ललित कला एकादमी के अध्यक्ष ठा. राजेन्द्र सिंह पुण्ढीर ने कहा कि कर्म से ही भाग्य का निर्माण होता है। युवाओं को राष्ट्रवादी सोच रखनी चाहिए। युवाओं को अपनी क्षमताओं का उपयोग राष्ट्रहित में करना चाहिए जिससे सुरक्षा , समृद्धि व सम्मानयुक्त समाज का निर्माण हो सके।
एम एल सी प्रत्यासी मानवेन्द्र सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
संस्थापक अध्यक्ष विवेकशील राघव ने कहा कि कर्मयोग सेवा संघ एक राष्ट्रीय स्तर पर एक ऐसे समर्पित कर्मयोगियों का संगठन है जो समाज को पोषित करने की भावना रखता है। आतंकवाद, नक्सलवाद एवं भारत विरोधी विचार धारा को समाप्त करना ही युवाओं का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए।
इस अवसर पर पूर्व विधायक सुरेश प्रताप गांधी, देवेन्द्र दीक्षित शूल, सेके्रटरी सिंह यादव, डा. अरविन्द शर्मा, रिंकू शर्मा, संदीप शर्मा, कवि ओमप्रकाश सिंह, विनय पचैरी, नीरज अग्रवाल, उमेश शर्मा, नीरज वैश्य, मनोज राजौरिया, सुरेन्द्र सिंह पुण्ढीर, हरपाल सिंह यादव, महेश संघर्षी, नरेन्द्र सिंह पुण्ढीर, अभिषेक वाष्र्णेय, सुभाष पाराशर, शिवलेश उपाध्याय, प्रेम अग्रवाल, कुलवीर यादव, सुशील राघव, सोमेश यादव, माधव उपाध्याय, ब्रजेश कुमार, प्रवेश कुमार, हरीओम गोला आदि मौजूद थे।