अलीगढ़ (ब्रजांचल ब्यूरो) ।
वाईस चांसलर कौंसिल के तत्वाधान में बुधवार को ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन ने ”भारतीय संस्थानः चुनौतियाँ और प्रतिक्रियाएँ” विषय पर ऑनलाइन कांफ्रेंस का आयोजन किया। ऑनलाइन कांफ्रेंस का मुख्य उद्देश्य कोविड-19 महामारी को देखते हुए उच्च शिक्षा को बेहतर कैसे मुकाबला करें था। ऑनलाइन कांफ्रेंस में मंगलायतन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो केवीएसएम कृष्णा सहित करीब सौ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन द्वारा निर्मित वाईस चांसलर कौंसिल के अध्यक्ष प्रो राजन सक्सेना ने की।
वाईस चांसलर कौंसिल के ऑनलाइन कांफ्रेंस में कोविड-19 महामारी से उच्च शिक्षा में उत्पन्न समस्या से निपटने पर चर्चा हुई। इस दौरान मंविवि के कुलपति प्रो केवीएसएम कृष्णा ने कहाकि कोविड-19 महामारी से विद्यार्थियों में उत्पन्न नकारात्मक विचारों को दूर करने के लिए अध्यापकों और विद्यार्थियों के कई समूह बनाए गए। सभी से ऑनलाइन माध्यमों से व्यक्तिगत तौर पर बात की गई है। उन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों को अपने मन में आध्यात्मिक विचारों को महसूस करने और अपने जीवन में उन आध्यात्मिक विचारों को अपनाने का सुझाव दिया। उन्होनें कहा कि कोविड-19 महामारी से विद्यार्थियों और शिक्षकों में उत्पन्न नकारात्मक विचारों और अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए आध्यात्मिक सोच की प्राक्रिया कई बार दोहराई। उन्होने कहाकि कोविड-19 के दौर में हमने उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए अभी तक जो भी कदम उठाए हैं, उसमें आध्यात्मिक विचारों का तरीका सबसे कामयाब रहा है।
कुलपति प्रो कृष्णा ने सुझाव दिया कि अगर आध्यात्मिक विचारों का संदेश हम शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों में पहुचाते हैं तो यह नकारात्मक विचारों को खत्म करने में अधिक कारगर होगा। विद्यार्थी मानसिक तौर पर स्वस्थ्य रहेंगे। पढ़ाई और परिवार की उन्नति में ध्यान होगा। ऑनलाइन कांफ्रेंस में उपस्थित अन्य विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भी अपने विचार रखे।