सम्मेलन का उद्देश्य वैश्य समुदाय के अधिवक्ताओं को एकजुट करना
लखनऊ। सोमवार को जेसी गेस्ट हाउस, निराला नगर, लखनऊ में अयोध्यावासी वैश्य अधिवक्ताओं का एक महत्वपूर्ण सम्मेलन संपन्न हुआ। इस सम्मेलन का आयोजन श्री सिद्धार्थ लाल वैश्य, अर्जुन कौशल, और श्वेता कौशल द्वारा किया गया। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पीसीएस अधिकारी विशाल गुप्ता जी ने शिरकत की। कार्यक्रम में विभिन्न अधिवक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए और समुदाय के विकास के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की। इस अवसर पर संयोजक अवधेश कौशल ने अपने वक्तव्य में अधिवक्ताओं की भूमिका और उनके योगदान पर प्रकाश डाला। सम्मेलन का उद्देश्य वैश्य समुदाय के अधिवक्ताओं को एकजुट करना और उनके बीच समन्वय बढ़ाना था।
सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय महामंत्री सुनील कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा, “अयोध्यावासी वैश्य समुदाय के अधिवक्ताओं का यह सम्मेलन हमारे समुदाय की एकजुटता और संगठनात्मक शक्ति का प्रतीक है। हमारे अधिवक्ताओं की भूमिका सिर्फ न्यायालयों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि हमें अपने समाज के उत्थान और विकास के लिए भी निरंतर कार्य करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, “हमारा उद्देश्य न केवल कानूनी सहायता प्रदान करना है, बल्कि समाज के हर वर्ग को जागरूक और सशक्त बनाना भी है। आज के युग में, शिक्षा, कानूनी ज्ञान, और सामाजिक एकता हमारी प्राथमिकताएं होनी चाहिए। हमें गर्व है कि हमारे अधिवक्ताओं ने हमेशा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझा है और उसे निभाया है।”
सुनील कुमार ने यह भी कहा कि ऐसे सम्मेलनों का आयोजन नियमित रूप से किया जाना चाहिए, ताकि अधिवक्ता समुदाय में एकजुटता बनी रहे और वे समाज की सेवा के लिए प्रेरित होते रहें। उन्होंने सभी उपस्थित अधिवक्ताओं को अपने कार्य में निष्ठा और ईमानदारी बनाए रखने का आह्वान किया।
सम्मेलन के दौरान आयोजक और हाईकोर्ट लखनऊ के अधिवक्ता, श्री सिद्धार्थ लाल वैश्य ने अपने वक्तव्य में कहा, “यह सम्मेलन हमारे समुदाय के अधिवक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहाँ हम न केवल अपने विचारों का आदान-प्रदान करते हैं, बल्कि एकजुट होकर समाज की बेहतरी के लिए कार्य करने की दिशा भी तय करते हैं।” उन्होंने कहा, “अयोध्यावासी वैश्य समुदाय का इतिहास हमेशा से प्रेरणादायक रहा है, और इस धरोहर को आगे बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है। हमें गर्व है कि हमारे समुदाय के अधिवक्ता न केवल कानूनी क्षेत्र में बल्कि समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।” श्री वैश्य ने इस बात पर जोर दिया कि “संगठन की शक्ति से ही हम अपने समाज को मजबूत कर सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य केवल विचारों का आदान-प्रदान नहीं, बल्कि ठोस योजनाओं और क्रियान्वयन की दिशा में कदम बढ़ाना है।”
अंत में, उन्होंने सभी उपस्थित अधिवक्ताओं और आयोजकों को धन्यवाद देते हुए कहा, “आप सबका सहयोग और समर्पण इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण रहा है। हमें आगे भी इसी उत्साह के साथ मिलकर काम करना होगा ताकि हमारे समुदाय का हर सदस्य सशक्त और स्वावलंबी बन सके।”
सम्मेलन का संचालन अखिल भारतवर्षीय श्री अयोध्यावासी वैश्य महासभा की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रदेश अध्यक्ष श्री अवधेश कौशल द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया। श्री कौशल ने पूरे कार्यक्रम का मार्गदर्शन करते हुए सभी वक्ताओं को मंच पर आमंत्रित किया और समयबद्धता सुनिश्चित की। उन्होंने अपने संचालन के दौरान सम्मेलन के उद्देश्य और महत्त्व पर प्रकाश डाला और विभिन्न सत्रों के बीच संतुलन बनाए रखा। श्री कौशल ने सभी वक्ताओं के विचारों को सराहते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि समुदाय की एकता और शक्ति को भी प्रदर्शित करते हैं। अंत में, उन्होंने सभी उपस्थितों को उनके सहयोग और सहभागिता के लिए धन्यवाद दिया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को सफल बनाने के लिए सभी से सहयोग की अपील की।