वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) का चीफ अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) भागेगा या आज सरेंडर करेगा, इस पर संशय अभी भी बना हुआ है. इस बीच, बठिंडा स्थित तख्त दमदमा साहिब में आज विशेष सभा बुलाई गई है. जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने विशेष सभा बुलाई है. बठिंडा की इस विशेष सभा में सिख बुद्धिजीवी और सिख जर्नलिस्ट हिस्सा लेंगे. बड़ी संख्या में इस सभा में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. ये सभी लोग सिख और पंजाबी पत्रकारिता की भूमिका, योगदान और पंजाब के हालात को देखते हुए संभावित चुनौतियों पर चर्चा कर सकते हैं. दूसरी तरफ, पंजाब में अमृतपाल सिंह की तलाश तेज हो गई है और उसे पकड़ने के लिए अतंरराष्ट्रीय बॉर्डर से सटे इलाकों में जांच एजेंसियों की कई टीमें तैनात की गई हैं. जालंधर और आसपास के इलाकों में भी टीमें मुस्तैद हैं.
सूत्रों के हवाले से बता दें कि अमृतपाल पाकिस्तान भागने की फिराक में है. अमृतपाल 1,052 श्रद्धालुओं के जत्थे की आड़ में पाकिस्तान भागने की कोशिश कर सकता है. अमृतपाल को पकड़ने के लिए ऑपरेशन तेज हो गया है. अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए पाकिस्तान सीमा पर अलर्ट जारी है. अमृतपाल सिंह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के संपर्क में है.
बता दें कि अमृतपाल सिंह 21 दिन से फरार है. 6 अलग-अलग लोकेशन पर उसे देखा गया है. 9 राज्यों की पुलिस अलर्ट पर है. करीब 80 हजार पुलिसकर्मी अमृतपाल सिंह की तलाश कर रहे हैं. उसके 207 सहयोगी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. पुलिस भगोड़े अमृतपाल सिंह की तलाश में जुटी हुई है.
आपको बता दें, कि 17 फरवरी 2023 को अमृतपाल का करीबी तूफान सिंह गिरफ्तार हुआ था. 23 फरवरी 2023 को अजनाला थाने पर अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने हमला किया. उन्होंने तूफान सिंह की रिहाई के लिए प्रदर्शन किया. इसके बात 24 फरवरी को अमृतपाल सिंह के करीबी तूफान सिंह की रिहाई हो गई. फिर 11 मार्च 2023 को अमृतपाल के सहयोगियों पर कार्रवाई शुरू हुई. 18 मार्च को पंजाब पुलिस का ‘ऑपरेशन अमृतपाल’ शुरू हुआ. अमृतपाल को भगोड़ा घोषित किया गया.