अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड: प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के हत्याकांड को लेकर एसआईटी लगातार हत्या की वजह तलाशने में जुटी हुई है। इस हत्याकांड को लेकर अब एसआईटी ने एक बड़ा खुलासा किया है। एसआईटी ने अपनी जांच में पाया कि तीनों हत्यारोपी लवलेश, अरुण और सनी ने चित्रकूट के पते पर फर्जी आधार कार्ड बनवाकर प्रयागराज के एक होटल में कमरा बुक कराया था। मिली जानकारी के अनुसार, यह तीनों शूटर चित्रकूट में ही इकट्ठे हुए थे और फिर यहां से लखनऊ के लिए चले गए।
जिसके बाद लखनऊ में किसी से मुलाकात करने के बाद वह प्रयागराज के लिए आए थे। 13 अप्रैल को प्रयागराज स्थित एक होटल में इन्होंने कमरा लिया और होटल के कमरे में बैठकर अतीक की पेशी की टीवी पर पल-पल की जानकारी लेते रहे। एसआईटी को मिली आधार कार्ड की कॉपी की जांच में आधार कार्ड पर पते गलत पाए गए हैं।
चित्रकूट में मिले और पहुंचे लखनऊ
मिली जानकारी के अनुसार, बांदा का लवलेश तिवारी, हमीरपुर का सनी सिंह व कासगंज का अरुण मौर्य तीनों चित्रकूट में ही मिले थे। चित्रकूट में ही इन्होंने हत्याकांड की साजिश रची थी और फर्जी आधार कार्ड लिए थे। इन शूटरों को लखनऊ में असहला मुहैया कराए गए थे। अब एसआईटी यह जांच कर रही है कि क्या इस हत्याकांड के पीछे कोई और जिम्मेदार है। जिसके द्वारा इनकी मदद की जा रही थी। फिलहाल पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर चित्रकूट से इसका क्या संबंध है यह पता लगाने में जुटी है। हालांकि इस बारे में तीन हत्यारोपियों द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है। वह पहले की तरह एक ही बात दोहरा रहे हैं कि उनका कोई आका नहीं है। उन्होंने अकेले ही इस वारदात को अंजाम दिया है। बताते चलें कि तीनों आरोपियों की आज पुलिस रिमांड खत्म हो रही है।