उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने बड़ा फैसला किया है। बीते दिनों मेरठ (Meerut) समेत कुछ सीटों को लेकर आरएलडी (RLD) प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) के नाराज होने की चर्चा हुई थी. इसके बाद अब अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बडौत (Baraut) और बागपत (Baghpat) में उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है.
सपा ने अपने गठबंधन दलों की नाराजगी के बीच कुछ सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. पार्टी ने पश्चिमी यूपी के बड़ौत और बागपत नगर निकाय चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. इसकी जानकारी देते हुए पार्टी ने ट्वीट कर लिखा, “बड़ौत और बागपत में समाजवादी पार्टी स्थानीय नगर निकाय चुनाव में अध्यक्ष पद हेतु चुनाव नहीं लड़ेगी और राष्ट्रीय लोकदल का समर्थन करेगी.” यानी अब बागपत और बड़ौत की सीट पर आरएलडी का उम्मीदवार होगा।
हालांकि इससे पहले जयंत चौधरी के नाराजगी होने की अटकलें सामने आई थी. तब सूत्रों का दावा था कि सपा-रालोद के गठबंधन में दरार पड़ती हुई नजर आ रही है। माना जा रहा है कि यूपी निकाय चुनाव के लिए मेरठ नगर निगम से जयंत चौधरी की रालोद मेयर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में हैं। हालांकि सपा ने मेरठ नगर निगम से पहले ही अपने मेयर प्रत्याशी के लिए विधायक अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान के नाम का एलान कर दिया था।
वहीं सपा रालोद गठबंधन में मवाना नगर पालिका परिषद दरार की बड़ी वजह मानी जा रही थी. इस सीट पर रालोद ने दो दिन पहले अय्यूब कालिया को अपना प्रत्याशी बनाया था. वहीं सपा ने सोमवार को दीपक गिरी को रालोद के खिलाफ उतारा था. इसी बीच रालोद ने बागपत की खेकड़ा नगर पालिका में रजनी धामा को प्रत्याशी बनाया था. इस सीट पर सपा ने संगीता धामा को टिकट हैं।